A REVIEW OF SHIV CHAISA

A Review Of Shiv chaisa

A Review Of Shiv chaisa

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हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥

O Lord! I beseech Your assist and seel your divine blessing at this very moment. Save and secure me. Damage my enemies along with your Trishul. Launch me in the torture of evil views.

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

शंकर सम्मुख पाठ Shiv chaisa सुनावे ॥ जन्म जन्म के पाप नसावे ।

नमो नमो जय shiv chalisa in hindi नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥

जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥

मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे ।

ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो shiv chalisa lyricsl पावन हारी॥

सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन

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